चम्बल में हज़ारों डाकू रहा करते थे,
जब कोई लूटने को बचा नहीं तो bore होने लगे,
सरकार से बोले "अब हम क्या करें?"
तब अचानक दिल्ली से उनको बुलावा आया,
एक चिट्ठी में लिखा था 'come here, dacoits'
सब डाकू दिल्ली आ गए बस, रेल, जो मिला पकड़ के,
फ़िर बोले सरकार से "यहाँ डकैती कर लें?"
तो पुलिस ने कहा भाई यह एक शहर है,
यहाँ कानून की व्यवस्था बना के रखनी है,
जो करना है करो, पर गैरकानूनी ना हो!
तो डाकू सोच में पड़ गए।
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और बहुत सोच के उन सब ने ...
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फलों की दुकाने खोल ली!
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और अब लूटपाट का सिलसिला ज़ारी है! कानूनी तरीके से!
PS: I am sick of fruit sellers overcharging, especially around where I live!!!